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सैफ अली खान को Tandav के लिए संस्कृत का करना पड़ा अभ्यास, बोले- रोज चार भाषण देने होते थे

Saif Ali Khan

सैफ अली खान (Saif Ali Khan) ने 'तांडव (Tandav)' में अपने किरदार से जुड़े कम ज्ञात तथ्यों के बारे में बताया और यह भी कि एक दिलचस्प परफॉर्मेंस देने में उन्होंने किन चुनौतियों का सामना किया.

‘तांडव (Tandav)’ का ट्रेलर सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है और सैफ अली खान का किरदार अपनी ओर ध्यान खींच रहा है. अली अब्बास जफर द्वारा निर्मित तांडव में सैफ कई पहलूओं वाले और पहले कभी न देखे गए अवतार में नजर आएंगे. हाल ही में, सैफ अली खान (Saif Ali Khan) ने ‘तांडव (Tandav)’ में अपने किरदार से जुड़े कम ज्ञात तथ्यों के बारे में बताया और यह भी कि एक दिलचस्प परफॉर्मेंस देने में उन्होंने किन चुनौतियों का सामना किया.

सैफ अली खान (Saif Ali Khan) ने कहा, ‘अपने किरदार की तैयारी करते हुए मैं कई चीजों से प्रभावित हुआ. मैं एक नेता का किरदार निभा रहा हूं, जो सार्वजनिक जगहों पर बहुत बोलता है और मुझे समर के किरदार के लिए संस्कृतनिष्ठ हिन्दी के कई भाषणों की तैयारी करनी पड़ी. मजे की बात यह थी कि मुझे संस्कृत बोलना सचमुच अच्छा लगा. शूटिंग का कोई दिन बहुत भारी लगता था और कोई हल्का. इस शो में मुझे हर दिन संस्कृत में लगभग चार भाषण देने होते थे. तो इस रोल को परफेक्ट बनाने के लिए मैंने कई भारी भरकम लाइनें सीखीं.

इस शो में ग्रे शेड वाला किरदार निभाने के बारे में सैफ अली खान (Saif Ali Khan) ने कहा, ‘मैंने इससे पहले भी ग्रे शेड वाले बहुत किरदार किए हैं और ऐसा करने में मुझे बहुत मजा आया है. बिलकुल शरीफ आदमी का किरदार निभाने की तुलना में मुझे यह ज्यादा रोचक और प्रयोगात्मक लगता है. मुझे खुशी है कि मैं समर का किरदार अदा कर पाया, जो असुरक्षित, भयंकर, सत्तावादी और दयालु है. यह अपनी एनर्जी के एक अलग हिस्से की चैनलिंग करने जैसा था. इसके अलावा, मुझे नहीं लगता है कि एक नेता का किरदार निभाने में कई जोखिम है. ‘तांडव (Tandav)’ कोई डॉक्युमेंट्री नहीं है, यह एक फिक्शन है.’ नौ एपिसोड की सीरीज ‘तांडव’ 15 जनवरी को स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध होगी.

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