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KBC 12: कर्मवीर ज्ञानेंद्र बोले- चुनौतियां तो होंगी, लेकिन चलते रहने से ही मिलेंगे…

Kaun Banega Crorepati 12 KBC 12 Karamveer Special episode

KBC 12: केबीसी के कर्मवीर एपिसोड में इंदौर की आनंद सर्विस सोसायटी के ज्ञानेंद्र पुरोहित और मोनिका पुरोहित आए और अमिताभ बच्चन के साथ केबीसी खेला.

सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का शो ‘कौन बनेगा करोड़पति 12’ आम आदमियों की दिल छू लेने वाली कहानियों से लाखों लोगों को प्रेरित कर रहा है, जिन्होंने तमाम मुश्किलों से उभरते हुए या तो अपनी जिंदगियों में या दूसरों की मदद करते हुए सेटबैक को मुंहतोड़ जवाब दिया है. ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है हमारे अगले कर्मवीर ज्ञानेंद्र पुरोहित और उनकी पत्नी मोनिका पुरोहित की. इंदौर के यह दंपति मूक बधिर बच्चों की मदद के लिए आनंद सर्विस सोसाइटी नाम की एक संस्था चलाते हैं.

इस संस्था की स्थापना 1997 में हुई, जिसका नाम पुरोहित के भाई के नाम पर रखा गया, जो हमेशा विशेष जरूरतों वाले बच्चों की मदद करने की इच्छा रखते थे, खास तौर से उन बच्चों की, जो मूलभूत जरूरतों और शिक्षा के अभाव में दूसरों पर आश्रित रहते हैं. आनंद सर्विस सोसाइटी का उद्देश्य इन बच्चों को हर संभव तरीके से सामान्य जीवन देना है, ताकि वो रोजगार और अच्छी जिंदगी के साथ अपना सुरक्षित भविष्य बना सकें. इस मौके पर ज्ञानेंद्र पुरोहित ने सनी नाम के एक स्टूडेंट की कहानी बताई, जिससे वो एक बार मिले थे. उन्होंने बताया, ‘सनी सामान्य बच्चों की तरह पढ़ना चाहता था, इसलिए मैं उसे स्कूल ले गया ताकि वो सामान्य रूप से शिक्षा हासिल कर सके. मैंने इस आश्वासन के साथ उसकी सामान्य पढ़ाई पर जोर दिया कि मैं और मेरी पत्नी बारी-बारी से स्कूल आएंगे और टीचर जो भी बताती है, उसे वो सनी जैसे विशेष बच्चों को संकेत की भाषा (साइन लैंग्वेज) में अनुवाद करके समझाएंगे. इसके नतीजे इतने आश्चर्यजनक रहे कि सनी जैसे विद्यार्थियों ने क्लास में फर्स्ट रैंक हासिल की.’

अमिताभ बच्चन ने राष्ट्र के निर्माण में इस दंपति के नेक योगदान की सराहना की और इन कर्मवीरों से कोविड-19 महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन के दौरान के अपने अनुभव बताने को कहा. ज्ञानेंद्र पुरोहित ने कहा, ‘जब लॉकडाउन की घोषणा हुई तो हमने महसूस किया कि हमारे देश के 70 लाख लोग मूक-बधिर हैं. हमें इस बात की चिंता थी कि यह सूचना उन तक कैसे पहुंचेगी. हमने तुरंत एक यूट्यूब चैनल बनाया और सांकेतिक भाषा के वीडियोज के जरिए लॉकडाउन के बारे में जानकारी देने की कोशिश की ताकि यह देश के सभी लोगों तक पहुंच सके.’

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