‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)’ की गोकुलधाम सोसाइटी पर लॉकडाउन का असर होता नजर आ रहा है. जेठालाल भी असमंजस में हैं.
‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)’ की गोकुलधाम सोसाइटी पर लॉकडाउन का असर होता नजर आ रहा है. वो सोसाइटी जहां आम तौर पर हल्ला और धूम रहती थी, वहां मानो जिंदगी लॉकडाउन की वजह से थम-सी गई है. गोकुलधाम सोसाइटी में सन्नाटा पसरा हुआ है. गोकुलधामवासियों के लिए यह असामान्य बात है लेकिन यह सब, कुछ महीनों से ऐसा ही चल रहा है. सोसाइटी की रौनक कहीं गुम हो गई है. क्या सुबह और क्या शाम, अब सब एक सा लगने लगा है. हालांकि यह किसी बाहरी व्यक्ति के लिए नॉर्मल लग सकता है लेकिन सोसाइटी के चुलबुले लोगों के लिए यह कुछ अजीब है और अब उनके सब्र का बांध भी टूटने लगा है.
सभी गोकुलधामवासी खुद को किसी न किसी काम में व्यस्त रखकर समय बिताने की कोशिश कर रहे हैं. जेठालाल को अपनी दुकान गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स के सामान की चिंता सता रही है कि कही एसी, टीवी, रेफ्रीजरेटर और अन्य सब सामान वहां पड़े पड़े बर्बाद न हो जाएं. उनका ध्यान इस चिंता से हटाने के लिए जेठालाल के बापूजी, चम्पकलाल उन्हें घर के कामों में व्यस्त होने की सलाह देते हैं. वह उन्हें बाजार से लाई हुई सब्जी को सैनीटाइज करने के लिए कहते हैं. भले ही जेठालाल अपनी दुकान की चिंता में डूबे हुए होते हैं पर फिर भी वह विनम्रतापूर्वक, आज्ञा का पालन कर रसोई में जाते हैं और दिए गए कार्य को करने का प्रयास करते हैं. सब्जी धोते-धोते वह जाने-अनजाने में बाजार से लायी हुई ब्रेड भी पानी भी भिगो देते हैं और फिर खेद जताते हैं.