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इरॉटिक कहानी संग्रह ‘कामुकता का उत्सव’ की दस्तक, प्रणय, वासना और आनंद की कहानियां

Kamukta Ka Utsav

वाणी प्रकाशन से नया इरॉटिक कहानी संग्रह ‘कामुकता का उत्सव‌ : प्रणय, वासना और आनंद की कहानियां (Kamukta Ka Utsav)’ रिलीज हो गया है. इसका सम्पादन जयंती रंगनाथन ने किया है.

वाणी प्रकाशन से नया इरॉटिक कहानी संग्रह ‘कामुकता का उत्सव‌ : प्रणय, वासना और आनंद की कहानियां (Kamukta Ka Utsav)’ रिलीज हो गया है. इसका सम्पादन जयंती रंगनाथन (Jayanti Ranganathan) ने किया है. हिंदी साहित्य में इस तरह इरॉटिक कहानियों के संग्रह को लाना एक नई और बड़ी कोशिश है जिसमें जयंती रंगनाथन ने अंदाज दिया है. वाणी प्रकाशन और जयंती रंगनाथन ने इस तरह हिंदी साहित्य की परिपाटी को तोड़ने और नए दौर में कुछ नया करने की कोशिश की है. इस इरॉटिक स्टोरी कलेक्शन (Erotic Story Collection) में कई युवा और सीनियर कहानीकारों को शरीक करके उन्होंने पूरा संतुलन भी बनाया है. इस संग्रह में ‘इश्क की दुकान बंद है’ के राइटर नरेन्द्र सैनी की भी कहानी है, और इस संग्रह के बाद आने वाली उनकी यह पहली कहानी है. इसके अलावा जयंती लिखित कहानी भी इस संग्रह में पढ़ने को मिलेगी.

जयंती रंगनाथन (Jayanti Ranganathan) ने ‘कामुकता का उत्सव‌ : प्रणय, वासना और आनंद की कहानियां (Kamukta Ka Utsav)’ में मनीषा कुलश्रेष्ठ, प्रत्यक्षा सिन्हा, जयश्री रॉय, प्रियदर्शन, जयंती रंगराजन, दिव्य प्रकाश दुबे, कमल कुमार, अंकिता जैन, विपिन चौधरी, गौतम राजऋषि, अणुशक्ति, नरेन्द्र सैनी, सोनी सिंह, प्रियंका ओम, इरा टाक, रजनी मोरवाल, डॉ. रूपा सिंह, अनु सिंह चौधरी और दुष्यंत की कहानियों को इस संग्रह में शामिल किया है. जयंती रंगनाथन ने इस इरॉटिक कहानी संग्रह को लेकर लिखा है, ‘जब तक हम इस विषय पर खुलकर बोलेंगे नहीं, मनपसन्द लिखेंगे नहीं, पढ़ेंगे नहीं, तो अलमारी के बन्द कोनों और बिस्तर में तकिये के नीचे की तलहटी में अँधेरा बढ़ता ही जाएगा.’ इस किताब की कीमत 399 रुपये है.

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