अजय देवगन (Ajay Devgn) ने अपने बचपन से एक विशेष स्मृति साझा करते हुए बताया, ‘मुझे स्पेशल मेमोरी याद नहीं है, लेकिन जब हम स्कूल जाते थे, तो हमारे पास ये सभी गैजेट नहीं थे…’
‘छलांग (Chhalaang)’ के निर्माताओं ने हाल ही में फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया है जिसने अपनी अनूठी कहानी के लिए इंटरनेट की दुनियां में हलचल पैदा कर दी है. यह फिल्म उत्तरी भारत के एक स्कूल से पीटी मास्टर के सफर के बारे में है. मोंटू (राजकुमार राव) एक विशिष्ट पीटी मास्टर है, जो उसके लिए बस एक नौकरी की तरह है. लेकिन जिन्दगी में आए मोड़ के कारण, परिस्थितियों ने मोंटू का सब कुछ दांव पर लगा दिया, जिसे वह प्यार करता है जिसमें नीलू (नुसरत भरुचा) भी शामिल है, तो मोंटू को वह काम करने के लिए मजबूर किया जाता है, जो उसने कभी नहीं किया यानी पढ़ाना!
अजय देवगन (Ajay Devgn) ने अपने बचपन से एक विशेष स्मृति साझा करते हुए बताया, ‘मुझे स्पेशल मेमोरी याद नहीं है, लेकिन जब हम स्कूल जाते थे, तो हमारे पास ये सभी गैजेट नहीं थे, हमारे लिए, हमारा मनोरंजन फिजिकल था. जो मैं आज के बच्चों में मिस करता हूं, लेकिन मैं ऑउटडोर जाने के लिए लगातार उनके पीछे पड़ा रहता हूं ताकि वह अपने सभी गैजेट्स पर खेलने के बजाय बाहर खेलें क्योंकि मुझे लगता है कि यह बहुत महत्वपूर्ण है. फिजिकल एक्टिविटी ही केवल हमारा मनोरंजन था, इसलिए हमने इसका भरपूर आनंद लिया. अब, बच्चों के पास बहुत सारे विकल्प होते हैं इसलिए वे बहुत सी चीजें करते हैं. हमारे मनोरंजन की बात करें तो, हम खेल खेलते थे और यह किसी भी प्रकार का शारीरिक खेल हो सकता है, केवल क्रिकेट या फुटबॉल नहीं, बल्कि कुछ भी. और कई बार हमें अपने बड़ों से डांट भी खानी पड़ती थी लेकिन हमारे लिए यह सब मजेदार था और शायद यह सब हमारे बचपन के सबसे यादगार हिस्सों में से एक था. बस, अपने दोस्तों के साथ घूमना और अपने जीवन का सबसे अच्छा समय बिताना ही सब कुछ था.’